दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित इन दिनों अपराधियों पर मेहरबान है। शीला दीक्षित की सिफारिश पर हाई प्रोफाइल जेसिका लाल हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे मनु शर्मा को पेरोल पर रिहा किया गया है। कारण, मनु शर्मा का मन जेल में नहीं लग रहा था, उसे मौज मस्ती और अय्याशी करना था। बस..अपनी मां के झूठी बीमारी का बहाना बनाया और पहुंच गया चंडीगढ़ नाईट क्लब में ऐश करने। इस महान कार्य को अंजाम देने में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने अभूतपूर्व योगदान दिया। आइये जानते है इस अभूतपूर्व योगदान की हकीकत। दरअसल मनु शर्मा के पिता विनोद शर्मा हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। हरियाणा के मुख्यमंत्री के भी करीबी है। इसका फायदा उन्होंने उठाया और शीला दीक्षित को अपने बेटे मनु शर्मा के मौज-मस्ती करने के लिए पेरोल पर रिहा करने की सिफारिश की, फिर बस क्या था, पहले मां की बीमारी का बहाना और फिर ३० दिन का पेरोल। बाद में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने उसे और बढ़ाकर ६० दिन कर दिया। वाह भाई..तभी तो कहते है--मेरा भारत महान।
Monday, November 9, 2009
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