[अजीत पांडे] क्या दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित बताएंगी की दिल्ली में बाहरी कौन है? और किसकी बपौती है यहां?कौन से वो बाहरी लोग है, जिनके दिल्ली में रहने से बिजली और पानी की किल्लत उत्पन्न हो गई है। चुनाव के दौरान तो यही शीला दीक्षित और इनके तथाकथित लोग इन्हीं बाहरी लोगों के दरवाजे पर जाकर वोट
मांगते थे, आज चुनाव जीत जाने के बाद वे ही बाहरी लोग दिल्ली पर बोझ बन गए है। वाह रे शीला जी, सत्ता में दुबारा आने के बाद तो आप गिरगिट की तरह रंग बदल रहीं हैं। आज आप जिस बाहरी लोगों (पूर्वाचल वासिंयों) को दिल्ली पर बोझ कह रहीं है, सच तो यह है कि आप इन्हीं बाहरी लोगों के बदौलत दुबारा सत्ता पर काबिज हुई है। हम आपके इस शर्मनाक बयान की तीब्र निंदा करते है। अगर आपके अंदर जरा भी नैतिकता बची हो तो आपको फौरन त्यागपत्र दे देना चाहिए। बरना आप जिन्हें बाहरी लोग कह कर बार-बार अपमानित कर रहीं है, वो अगर आपके खिलाफ खड़े हो जाए तो आपको दिल्ली छोड़ कर जाना पड़ेगा।
हमारी बात आपके साथ... अजीत पांडे
http://biharajitpandey.blogspot.com/
Wednesday, July 22, 2009
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1 comment:
Mai apke is soch ko sallam karta hun.
mera blog hai mailaanchalthinktank jarur dekhein.
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