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Wednesday, December 10, 2008

ये कैसा प्यार है चांद मुहम्मद


मुझे अपनी पत्‍‌नी और बच्चों में कोई दिलचस्पी नहीं है। अगर वे मुझसे मिलना भी चाहेंगे तो मैं उन्हें भगा दूंगा। अनुराधा बाली यानी फिजा ही अब मेरी जिंदगी है। पहले मेरा प्यार है फिर राजनीति या कुछ और ... भाइयों, यह महान विचार है चंद्रमोहन से चांद मुहम्मद बने हरियाणा के (बर्खास्त) डिप्टी सीएम के। सच में ये प्यार में इतने अंधे हो चुके है कि अपने बच्चों से भी मिलने से इन्होंने इंकार कर दिया है। आखिर ये कौन सा प्यार है नेता जी?जिस औरत के साथ भगवान को साक्षी मानकर आपने सात फेरे लिए और जिंदगी के क्8 साल बिताए, बच्चों को जन्म दिया उससे यू ही नाता तोड़ लोगे। वाह रे प्यार।।। मात्र भ् सालों से आपकी जिंदगी में आई हरियाणा की सहायक महाधिवक्ता रही अनुराधा बाली उर्फ फिजा की नजर कहीं आपके विशाल संपत्ति पर तो नहीं है? हालांकि बकौल फिजा-चांद से उनका विवाह किसी रुतबे या जमीन जायदाद के लालच में नहीं है। हम एक दूसरे से सच्चा प्यार करते है।

5 comments:

दिनेशराय द्विवेदी said...

यह राधा वाला नहीं, अनुराधा वाला प्यार है, सच है प्यार दिवाना होता है, पागलपन होता है।

महुवा said...

मेरे ख्याल से ये उनकी निज़ी ज़िंदगी का मामला है.....

Udan Tashtari said...

क्यूँकि हाइ प्रोफाइल केस है, अतः चर्चा में है.

विवेक said...

मैं इसे थोड़ा अलग तरह से देखता हूं..इसलिए कहता हूं कि चंद्रमोहन..सॉरी चांद मोहम्मद जिंदाबाद...

Anonymous said...

It seems a little more than I need to check the information, because I was thinking: Why does not my GLOG these things!